Corchorus olitorius L. - TILIACEAE - Dicotyledon

कॉरकोरस ऑलीटोरियस


Common name : Wild jute, tossa jute
Common name in Hindi : Jangli jute, banpat, chanal, harawa, koota

Flower - © Juliana PROSPERI - CiradFruit - © Juliana PROSPERI - Cirad Petiole and leaf base - © Juliana PROSPERI - CiradPurple stipule - © Juliana PROSPERI - Cirad Botanical line drawing - © -

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पर्यायवाची

सामान्य नाम

वाईल्ड जूट, टोस्सा जूट

बंगाली

हिन्दी

जंगली जूट/पटसन, बानपट, चनाल, हरावा, कूटा, पट परिन्ता, पेरूमपुन्नहू, पेरूमपुन्नकु पून्डू, तीतापट।

ऊर्दू

 

व्याख्या

कॉरकोरस ऑलीटोरियस एक सीधा खड़ा वार्षिक शाक है, . मीटर की ऊँचाई तक पहुँचने में सक्षम, सरल, क्रमवार पत्तियाँ डण्ठल और अनुपत्र सहित। शाखा दांतेदार और पहले दो दांत सूत्रक द्वारा लम्बे होते हुए। फूल अकेले, बड़े, पत्तों के विपरीत बैठाये हुए, पीले और अनेक पुंकेसर युक्त। फल तकलेनूमा बीजकोष, कपाटों में खुलनेवाला अनेक बीज युक्त। कॉरकोरस ऑलीटोरियस केवल खरपतवार के रूप में हीं नहीं परन्तु इसके धागे जो केवल कपास के बाद दूसरे स्थान पर आता है के लिए विश्व कृषि में महत्वपूर्ण है। पटसन की पैदावार का सबसे अधिक क्षेत्रफल हमेशा गेगा-ब्रह्मपुत्र के डेल्टा में रहा है। पौधे और बीज में शरीर विज्ञान के अनुकूल चपल ग्लाईकोसाईजज होते हैं जो हृदय रोगियों के उपचार में प्रयोग होता है।

 

जीव विज्ञान (बायोलोजी)

यह एक वार्षिक शाक है जो केवल बीज द्वारा हीं उत्पन्न होता है।

 

पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) एवं वितरण

यह अयनवृत्त मण्डल में फैला हुआ है। यदि आर्द्रता उपयुक्त हो तो इसे किसी विशेष प्रकार की मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती। यह अच्छी उपजाऊ मिट्टी में अधिक अच्छा विकसित होता है। तथा रेतीली, कम उपजाऊ निम्न मिट्टियाँ में बहुत हीं कम पाया जाता है। यह पौधा केवल ३० सें॰ मी॰ ऊँचा, जल्दी पकने वाला और बहुत सी शाखाओं वाला हो सकता है। यह नित्य परम्परागत (ति जिसमें जुताई हाथ से करते हैं में पाया जाता है, वह मनुष्य के भोजन के रूप में माना जाता है, गुड़ाई के समय इसपर उचित ध्यान दिया जाता है तथा कभी-कभी गांवों के आसपास उगाया भी जाता है।

 

कष्टक प्रभाव (न्यूसीवीलाईट)

भारत में यह ऊँचाई वाले और रोपे हुए धान, मक्का, सोयाबीन, ज्वार और मूंगफली का खरपतवार है। बंगलादेश और भारत में यह गन्ने में भी पाया जाता है।

 

खरपतवार प्रबन्धन

कर्षण विधि

गरमियों में जुताई और अच्छा जल प्रबन्धन इसे नियन्त्रित करने के असरदार तरीके हैं।

रासायनिक

उगने के बाद ५०० ग्रा॰/है॰ २,-डी॰ डालकर इसका प्रभावी नियन्त्रण किया जा सकता है ।

वनस्पति विज्ञान (बॉटनी)

स्वभाव

सीधा खड़ा, सन्तोषजनक शाखाओं वाला, विशेषतः मूल से। यह .५० सें॰ मी॰ तक लम्बा, जब

धागे के लिए उगाया जाये तब तना मीटर की लम्बाई तक पहुँच सकता है।

जड़ें

मूसला जड़ें।

तना

प्रबल, बिना बालों के, हरा और अधिकतर हल्का लाल-भूरापन लिए हुए, कभी-कभी मूल पर हल्का लकड़ी युक्त।

पत्तियाँ

सरल, क्रमवार और हल्के हरे, पटल भालेनूमा, से १० सें॰ मी॰ लम्बा और से सें॰ मी॰ चौड़ा, हाशिये दांतेदार, छोर नोकीला, मूल संकुचित और दो नीचों वाले दांत एक पतली, नोकीली बैंगनी रंग के पाली में लम्बे होते हुए, विनेशन पिन्नेट और मूल नाड़ियां, साफ मध्य नाड़ी को मिलाकर दोनों तरफ से चिकना। डण्ठल पृष्ठ की ओर से रोएंदार और हल्का हरा, अधिकतर लाल-भूरापन युक्त, अधर की ओर से चिकना और हल्का हरा, २० से ५५ मि॰ मी॰  लम्बा। अनुपत्र संकुचित-भालेनूमा, छोर टेकुए का आकार, मूल में जुड़ा, चिकना, गहरा लाल, से मि॰ मी॰  आग्रहयुक्त।

पुष्पक्रम (इनफलोरिसैंस)

अकेला या फूलों का गुच्छा पत्ती के विपरीत, छोटी डण्ठल युक्त। वाह्यदल स्वतन्त्र, संकुचित, पंखुड़ियों के बराबर या छोटे। पंखुड़ियां , स्वतन्त्र और पीली। पुंकेसर १० से अनेक स्वतन्त्र, तन्तु कम लम्बाई के परागकोष छोटे, दो हिस्सों में। वर्तिका छोटी।

फल

स्फुटक बीजकोष, टेकुई आकार, लम्बाई में पंचकोणीय, कपाट और १० रीढ़युक्त, से सें॰ मी॰ लम्बे, शिखर पर से १० मि॰ मी॰  लम्बी चोंच। हरेक बीजकोष में बड़ी संख्या में बीज होते हैं।

बीज

२५ से ४० बीज हरेक कक्ष में, १४० से २०० हरेक फल में, शुण्डाकर, भूरे-नीले या हरे से भूरे-काले रंग के।

पौद् (सीडलिंग)

गोलाकार या अण्डाकार बीजपत्र मि॰ मी॰  लम्बे डण्ठल युक्त। पटल मि॰ मी॰  लम्बा ओर मि॰ मी॰  चौड़ा शाखा का मूल और शिखर गोलाई में, तीन नाड़ियां मूल से निकली हुई। पहले पत्ते सरल और क्रमवार, डण्ठल और अनुपत्र युक्त। पटल दीर्घ वृत्ताकार भालेनूमा, से एक समान सहायक नाड़ियों से अंकित। हाशिये दांतेदार और दांतों का पहला जोड़ा पीछे की ओर मुड़ा हुआ और सूत्रक द्वारा लम्बा होता हुआ। तना और पत्तियाँ रोवेंयुक्त।

 

टिप्पणी

 

संदर्भ

-    ले वाऊरजिओस टी., मरलीयर एच. १९९५ एडवेन्ट्रॉप। लेस एडवेन्टाइसेस डी' अफरक्यू साऊडानो-साहेलीनी। सीराड़-का मॉन्टेपालियर, फ्रांस।

-    होल्म एल., डौल जे. होल्म ., पान्चो जे., हरबरगर जे. १९९७, वर्ल्ड वीडज। नैचुरल हिर्स्टरीज एण्ड डिस्ट्रीब्यूसन। जॉन वीली एण्ड सन्ज, न्यूयार्क।

-    मरलीयर एच., मॉन्टेगर जे, १९९२ एडवेन्टाइंसेस ट्रापीकेन्टज। फ्लोर आक्स स्टेडज प्लान्टयूल्ज एंड अडल्टे १२३ एस्पेसेस अफरीकेन्ज आऊ पान ट्रापीकेल्ज। ऑरस्टौम, सीराड-जरडाट, एन्श, मॉन्टपोलियर।


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